Samsung इलेक्ट्रॉनिक्स ने मंगलवार को दूसरी तिमाही के परिचालन लाभ में एक वर्ष पूर्व की तुलना में 56% की गिरावट का अनुमान लगाया है, जो विश्लेषकों की अपेक्षा से कहीं अधिक खराब है, क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता चिप्स की बिक्री धीमी हो गई है।
मुख्य बातें
- Samsung ने दूसरी तिमाही (Q2) के मुनाफे में भारी गिरावट की चेतावनी दी
- अमेरिका की चीन पर AI चिप एक्सपोर्ट पाबंदी बनी प्रमुख कारण
- हाई-एंड चिप्स की मांग में आई गिरावट
- टेक सेक्टर में फिर से उठा व्यापार तनाव का मुद्दा
Samsung को हुआ कितना नुकसान?
Samsung ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि दूसरी तिमाही के अनुमानित ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 35% तक की गिरावट आ सकती है।
यह पिछले वर्ष की तुलना में एक बड़ा घाटा माना जा रहा है।
- अनुमानित मुनाफा: 6.5 ट्रिलियन वॉन (लगभग ₹39,000 करोड़)
- पिछली तिमाही: 10 ट्रिलियन वॉन से अधिक
- गिरावट का प्रमुख कारण: AI चिप एक्सपोर्ट पर अमेरिकी पाबंदियां
Table of Contents
🇺🇸 क्या है अमेरिका की नई चिप नीति?
- अमेरिका ने चीन को एडवांस्ड AI चिप्स और सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी के एक्सपोर्ट पर रोक लगाई है
- Nvidia, AMD और Samsung जैसी कंपनियों पर असर
- इस पॉलिसी का मकसद: चीन की AI और मिलिट्री क्षमताओं पर नियंत्रण
नतीजा:
Samsung की AI और HBM (High Bandwidth Memory) चिप्स की शिपमेंट में गिरावट आई है।
🇨🇳 चीन से क्यों जरूरी है Samsung का व्यापार?
- Samsung की चिप सेल्स का बड़ा हिस्सा चीन से आता है
- चीन में कई टेक कंपनियां Samsung की मेमोरी और AI चिप्स इस्तेमाल करती हैं
- पाबंदियों के कारण ग्राहक घट रहे हैं, स्टॉक जमा हो रहा है
टेक सेक्टर में बढ़ रही अनिश्चितता
कंपनी | प्रभाव | रिएक्शन |
---|---|---|
Samsung | प्रॉफिट डाउन 35% | Cost Cutting शुरू |
Nvidia | Export Pause | चीन के लिए नए वर्जन बना रहा |
Micron | Similar Impact | सप्लाई चेन में बदलाव |
Intel | सीमित डील्स | भारत, वियतनाम में निवेश बढ़ाया |
Samsung का आधिकारिक बयान:
“हम अमेरिकी सरकार के नियमों का पालन कर रहे हैं, लेकिन इसका असर हमारे मुख्य व्यापार पर पड़ा है। हम वैकल्पिक बाजारों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
निष्कर्ष:
Samsung के लिए यह एक बड़ा व्यापारिक झटका है, और इससे स्पष्ट है कि जिओ-पॉलिटिकल तनाव और AI चिप्स पर अमेरिकी नियंत्रण का असर अब सीधे कंपनियों के मुनाफे पर दिख रहा है।
आने वाले दिनों में यह तकनीकी क्षेत्र में और भी बदलाव ला सकता है।